पिता का वर्णन कैसे करूँ
समुद्र में पानी का जहाज है पिता,
रेगिस्तान में झील और तालाब है पिता |
अपने बच्चों का पालनहारा है पिता,
परिवार रुपी नाव का खेवनहारा है पिता |
.भयंकर गर्मी में वृक्ष की ठंडी छाया है पिता,
कड़कती ठंड में सुनहरी धूप की माया है पिता |
तेज बरसात में छतरी जैसा सहारा है पिता,
बसन्त ऋतु में खिलते फूलों जैसा नज़ारा है पिता |
.संस्कारों की पाठशाला है पिता,